श्रावण मास में कावड़ यात्रियों का शहर में प्रवेश रहेगा प्रतिबंध

फाइल फोटो


नाग पंचमी में महाकाल के नागचंद्रेश्वर मंदिर के दर्शन ऑनलाइन होंगे


 


उज्जैन । कोविड-19 वैश्विक महामारी को दृष्टिगत रखते हुए आमजन के स्वास्थ्य सुरक्षा के सम्बन्ध में श्रावण मास-भादौ मास में निकलने वाली श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी के मार्ग में संशोधन किया गया है। 


 


 


श्रावण मास में कावड़ यात्रियों का शहर में प्रवेश प्रतिबंध रहेगा। 


 


 


श्री महाकालेश्वर मन्दिर में श्रावण मास में भस्म आरती का समय परिवर्तन होने के कारण दर्शनार्थियों को भगवान महाकाल के दर्शन प्रात: 5.30 बजे से रात्रि 9 बजे तक हो सकेंगे। श्रावण मास में 9 से 10 हजार दर्शनार्थी प्रीबुकिंग के माध्यम से दर्शन कर सकेंगे।


 


 


वर्तमान में चार हजार दर्शनार्थी दर्शन लाभ ले रहे हैं।


 


 


इस दौरान श्री महाकालेश्वर मन्दिर गर्भगृह में प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। नागपंचमी पर्व पर भगवान श्री नागचंद्रेश्वर के स्क्रीन के माध्यम से लाईव दर्शन होंगे। नागचंद्रेश्वर मन्दिर में दर्शनार्थियों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के द्वारा संचालित नि:शुल्क अन्नक्षेत्र भी पूर्णत: बन्द रहेगा। भगवान महाकाल की सवारी में पालकी को उठाने वाले कहारों को बांह के बैज उपलब्ध कराये जायेंगे। श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उक्त आशय के निर्णय लिये गये। 


 


 


बैठक में निर्णय लिया गया कि कोरोना महामारी को देखते हुए भगवान महाकाल की सवारी के मार्ग में परिवर्तन करते हुए सवारी अब महाकाल मन्दिर से बड़ा गणेश मन्दिर के सामने से होकर हरसिद्धि मन्दिर चौराहा, नृसिंह घाट मार्ग सिद्धाश्रम के सामने से होकर रामघाट पहुंचेगी, जहां पर भगवान श्री महाकाल का शिप्रा नदी के जल से अभिषेक पूजन-अर्चन करने के बाद सवारी रामानुज कोट, हरसिद्धि पाल, हरसिद्धि मन्दिर के सामने, बड़ा गणेश मन्दिर के सामने से होकर पुन: महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचेगी। 


 


 


बैठक में निर्णय लिया गया कि श्रावण मास में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि की जायेगी। 


 


 


श्रद्धालुओं को दर्शन के लिये एक दिन पूर्व बुकिंग कराना अनिवार्य होगी। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार सिंह, अपर कलेक्टर श्रीमती बिदिशा मुखर्जी, प्रशासक एवं अपर कलेक्टर एसएस रावत, मन्दिर के पुजारी पं.आशीष शर्मा एवं प्रदीप गुरू, महन्त विनीत गिरी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे ‌।


 


 


बैठक में निर्णय लिया गया कि कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान सरकार की गाईड लाइन का अनिवार्य रूप से पालन किया जायेगा। श्रावण मास में प्रति सोमवार के एक दिन पहले यानी रविवार की शाम को आयोजित होने वाला श्रावण महोत्सव इस बार आयोजित नहीं होगा। सभा मण्डप मौजूद रहने वाले व्यक्तियों की संख्या निर्धारित करते हुए उनको सूचीबद्ध किया जायेगा। सवारी में भी संख्या कम रहेगी।